GS Paper - 2
(Unit 7)
◾जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं; चुनाव- मुद्दे और चुनाव सुधार
◾आदर्श आचार संहिता के उद्भव के आलोक में, भारत के निर्वाचन आयोग की भूमिका का विवेचन कीजिए। (2022)
◾ "लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के अंतर्गत भ्रष्ट आचरण के दोषी व्यक्तियों को अयोग्य ठहराने की प्रक्रिया के सरलीकरण की आवश्यकता है।" टिप्पणी कीजिए। (2020)
◾ किन आधारों पर किसी लोक प्रतिनिधि को लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के अधीन निरर्हित किया जा सकता है? उन उपचारों का भी उल्लेख कीजिए जो ऐसे निरर्हित व्यक्ति को अपनी निरर्हता के विरुद्ध उपलब्ध हैं। (2019)
◾ राष्ट्रीय विधि निर्माता के रूप में अकेले एक संसद सदस्य की भूमिका अवनति की ओर है, जिसके फलस्वरूप वाद-विवादों की गुणवत्ता और उनके परिणामों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ भी चुका है। चर्चा कीजिए। (2019)
◾ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ई.वी.एम.) के इस्तेमाल संबंधी हाल के विवाद के आलोक में, भारत में चुनावों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए भारत के निर्वाचन आयोग के समक्ष क्या-क्या चुनौतियां हैं ? (2018)
◾ लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के एक ही समय में चुनाव, चुनाव प्रचार की अवधि और व्यय को तो सीमित कर देंगे,परंतु ऐसा करने से लोगों के प्रति सरकार की जवाबदेही कम हो जाएगी । चर्चा कीजिए। (2017)
◾ भारत में लोकतंत्र की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए भारत के चुनाव आयोग ने 2016 में चुनावी सुधारों का प्रस्ताव दिया है। सुझाए गए सुधार क्या है और लोकतंत्र को सफल बनाने में वह किस सीमा तक महत्वपूर्ण हैं ? (2017)
◾ कुछ वर्षों से सांसदों की व्यक्तिगत भूमिका में कमी आई है, जिसके फलस्वरूप नीतिगत मामलों में स्वस्थ रचनात्मक बहस प्रायः देखने को नहीं मिलती । दल परिवर्तन विरोधी कानून, जो भिन्न उद्देश्य से बनाया गया था, को कहां तक इसके लिए उत्तरदायी माना जा सकता है ? (2013)